जीवन का अर्थ और उद्देश्य क्या है।
जीवन का अर्थ और उद्देश्य क्या है।
जीवन क्या है ? इसकी खोज हम सभी करते है। बहुत सारी तकलीफ के बाद अपने को मनुष्य जीवन मिलता है। हमारे जन्म से लेकर मृत्यु के बीच का कालावधी ही जीवन कहलता है। अपने आप को जीना ही जीवन हैं। जो की हमें ईश्वर ने दिया हुआँ एक वरदान है। जीवन खुद को पाना नहीं, खुद को बनाना ही जीवन है। जीवन एक समन्दर है, जिसे डूबना आ गया उसे जीवन का रहस्य समज आ गया।
जीवन बहोत छोटा है, उसे फिजुल की बाते सोचकर बरबाद करने से अच्छा उसका आंनद लो। जी चाहे उतना नाचो, जी चाहे उतना खाना खाओ, जी चाहे उतना गाओ, जी चाहे उतना घूमो। ये सब आप करोगे, तब आपको जीवन की सुंदरता दिखाई देगी। आपका जीवन आपके हाथ मै ही होता है। जीवन मिलता नहीं, उसे बनाना पड़ता है। मिलता है तो सिर्फ कोरा कागज, उसके ऊपर आप क्या लिखते हो, आप सुख के बारे में लिखते हो, की दुःख के बारे में, वो आपको जीवन बनाने के लिए निर्भर करता है।
इस दुनिया मै बहोत सारी चीजे है, जानने को, समझ ने को, महसूस करने को। जीवन के अंतिम समय पर अपने आप को ऐसा लगाना नहीं चाहिए की, आपने जीवन मै कुछ नहीं किया। जो सपने आपने देखे है अगर वो पुरे होने के लिए आपने कुछ नहीं किया तो उसका गम आपको मरते दम तक रहेगा। जीवन वो नहीं जो पूरा टाइम ऑफिस मै काम करके सिर्फ छुट्टी का इन्तजार करे। अगर आप कोई सपना देखते है तो उसे पाने के लिए , शरीर के पुरे एनर्जी के साथ तन मन और आत्मा से उसे पाने की कोशिश करनी चाहिए। कोशिश करते समय बहोत सारी समस्या का सामना करना पड़ेगा, तभी भी हार नहीं माननी चाहिए, पछताना नहीं है। क्योकि कोशिश ना करके पछताने से अच्छा, कोशिश करके पछताना। भले ही अपनी हार होती है, पर मन को सुकून मिलता है की आपने प्रयास तो किया।
जीवन में भले ही पहलेही कदम पे आपका सपना कामयाब नहीं होगा, पर आपको तजुर्बा मिलेगा। तजुर्बा आपको सही और गलत का फर्क समझता है। उस तजुर्बाका का इस्तिमाल करके आप फिर से नए जोश के साथ अपने सपने को कामयाब करने के लिए चल पढ़ सकते है। जोखिम उठाए बिना आप जीवन में कुछ भी हासिल नहीं कर सकते। अपने आप पर आत्मविश्वास होगा तो ही आप आपके सपने पुरे कर सकते है।
हर सिक्के के जैसे दो पैलु होते है, वैसे ही जीवन है, उसमे ख़ुशी,गम,हार,जीत आते ही रहते है। जीवन बहुत सुंदर है। पर हर व्यक्ति को उसकी हर परिस्थिति में चुनौती का सामना करने के लिए हमेशा तयार रहना चाहिए। दर्द के बिना कोई लाभ नहीं हो सकता। जीवन एक गुलाब की फूल की तरह है। जैसे काँटे भी गुलाब का हिस्सा है। उसी तरह अपने को जीवन में भी फूल के साथ काँटों का भी स्वीकार करना चाहिए। जीवन में अतीत अपनी ताकत होती है, पर हमे उसे गले लगाकर सिर्फ उसके बारे न सोचके अपने भविष्य के बारे में सोचना चाहिए, पर चिंता नहीं करनी चाहिए। यहीं जीवन का असली मकसद है।
जीवन का एक सिद्धांत है :- जब तक जियो, लोगों को आपके साथ जीने में मजा आये और जब मरो तो लोगों को आपकी कमी महसूस हो।
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